उत्तर प्रदेश का संभल काफी लंबे समय से चर्चा बना हुआ है वहीं अब इस इलाके में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है जिसके चलते कई सालों से बंद पड़े प्राचीन मंदिर के अंदर से चौका देने वाले राज भी सामने आ रहे हैं वहीं मुस्लिम आबादी के बीच संभाल के इस मंदिर में करीब 46 साल से ताला नहीं खुला था. दरअसल वहां पर लोगों ने अवैध तरीके से कब्जा कल हुआ था यह प्राचीन हनुमान मंदिर बताया जा रहा है यहां पर शिवलिंग और नंदी की मूर्ति भी मिल चुकी है मूर्तियां सुरक्षित है लेकिन परिसर के कुएं को पाटने के साथ ही पीपल का पेड़ भी काटकर अवैध अतिक्रमण किया गया है.
इस पूरे मामले को लेकर सीआईए अनुज चौधरी ने बताया है कि इस प्राचीन मंदिर के बारे में लोगों ने बताया तो आज यहां पर ताला तोड़ कर देखा गया अंदर मंदिर और मूर्तियां है जिस पर काफी दूर लगी हुई है अब यह पूरी तरीके से खोल दिया गया है. यह संभाल के खग्गू सराय इलाके में निकला है और मौके पर एसपी समेत आल्हा अधिकारी भी आ पहुंचे हैं भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह से ही दम और सपा ने सघन चेकिंग अभियान चलाया हुआ है.
संभल में
— Deepak Sharma (@SonOfBharat7) December 14, 2024
30 साल पहले मुसलमानों ने
जिस हनुमान मंदिर पर लगा दिया था ताला
CO अनुज चौधरी ने खुद पंहुचकर खोल दिया मंदिर
साफ सफाई की, घंटा बजाया और पूजा की शुरुआत कर हिन्दुओं का धार्मिक अधिकार उनको वापस किया ✊
ईश्वर आपको शक्ति दें @wrestleranuj भैया pic.twitter.com/R5J7dfNNmg
यहां की जानकारी के लिए बता दे कि स्थानीय निवासी और नगर हिंदू सभा के संरक्षक ने इस पूरे मामले पर बताया कि पहले यहां पर हिंदू आबादी हुआ करती थी लेकिन 1978 के सांप्रदायिक दंगों के चलते कई हिंदू घरों में आग लगा दी गई थी ऐसे में डर के माहौल के चलते हिंदू परिवारों ने यहां से पलायन कर लिया था और जाकर हिंदू आबादी वाले इलाके में बस गए थे उन्होंने यही बताया कि पहले इस मंदिर में भजन कीर्तन भी हुआ करते थे और मंदिर के दरबार में एक कुआं भी हुआ करता है जिसको अकील अहमद नामक शख्स ने पाट दिया।
#WATCH | Uttar Pradesh: A temple has been reopened in Sambhal.
— ANI (@ANI) December 14, 2024
Patron of Nagar Hindu Sabha, Vishnu Sharan Rastogi claims that the temple has been re-opened after 1978. pic.twitter.com/UQdzODtuYa
उन्होंने यहां तक बताया है कि मंदिर मुस्लिम आबादी में होने के चलते उसे पर कब्जा कर मकान मिल मिल लिया गया है कई साल से ताला बंद हुआ करता है और कोई आता ही नहीं पुजारी अपना मकान बेचकर भी चले गए और मंदिर में ताला जड़ दिया गया था वही मंदिर के पास बना हुआ कुआ भी दूसरे समुदाय ने पाट कर बंद कर दिया था.
लेकिन अब जिलाधिकारी डॉक्टर राजेंद्र पश्य ने मंदिर के बारे में जानकारी ली है और मंदिर को पुणे पुराने स्वरूप में लौटने की बातें भी कही गई है इसके साथ ही नगर पालिका की टीम को बुलाकर भी मंदिर पर हुए अवैध कब्जे को हटाने और केन को खुलवाने के लिए भी नगरपालिका को आदेश दिया गया है.